हरियाणा के जींद में एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ 15 छात्राओं ने यौन शोषण की शिकायत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, नेशनल कमीशन फॉर वीमन और स्टेट कमीशन फॉर वीमन से की थी. अब इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. जींद के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इमरान रजा ने बताया है कि एसडीएम के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी जिसकी पूछताछ में पता चला है कि 142 लड़कियों प्रिंसिपल पर यौन शोषण का आरोप लगाया है.
एसडीएम द्वारा गठित की गई टीम की जांच में स्कूल की कई लड़कियों से पूछताछ की गई है. 142 लड़कियों में से ज्यादातर ने बताया है कि उनके साथ प्रिंसिपल ने यौन शोषण किया है जबकि बाकी लड़कियों ने बताया है कि उनके सामने प्रिंसिपल ने ऐसी हरकत की है. इस मामले में 15 लड़कियों की शिकायत के बाद 13 सितंबर को हरियाणा महिला आयोग ने संज्ञान लिया था और जींद पुलिस को एक लेटर लिखकर आरोपी प्रिंसिपल पर एक्शन लेने को कहा था.
प्रिंसिपल ने 142 छात्राओं के साथ या उनके सामने यौन शोषण किया है और यह पिछले 6 सालों में लगातार हुआ है. हरियाणा महिला आयोग के लेटर के बाद 4 नवंबर को आरोपी को गिरफ्तार किया गया और उसे 7 नवंबर को कोर्ट में पेश किया गया. हरियाणा महिला आयोग ने पहले कहा था कि स्कूल में पढ़ने वाली 60 लड़कियां ऐसी हैं जो कि प्रिंसिपल के खिलाफ अपने बयान दर्ज कराना चाहती हैं बाद में 142 छात्राओं ने प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
वहीं एक लीगल एक्टिविस्ट ने इस पूरे मामले में पुलिस की लेटलतीफी पर सवाल खड़े किए हैं. एक्टिविस्ट ने पुलिस और प्रशासन के जिला अधिकारी समेत शिक्षा विभाग के अधिकारी से कहा है कि किसी ने भी इस पूरे केस में वक्त रहते कार्रवाई नहीं की. अगर किसी छात्रा के साथ यौन शोषण का मामला सामने आता है तो जल्द से जल्द पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए. खासकर सब सेक्शन्स 19,20 और 21 के लिए.